हल्द्वानी – उत्तराखंड संगीत जगत से एक दुःख भरी खबर सामने आ रही है। उत्तराखंड के लोक गायक प्रह्लाद सिंह मेहरा का कल दिनांक 10 अप्रैल सायं को दिल का दौरा पड़ने से उनका देहांत हो गया है। उन्होंने हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में अपनी अंतिम सांसे ली।
उनका जन्म 04 जनवरी 1971 को पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी तहसील के चामी भेंसकोट में हुआ था। उनके पिता जी का नाम हेम सिंह एवं उनकी माता जी का नाम लाली देवी था। बचपन से ही गायन और संगीत में रुचि रखने वाले प्रह्लाद सिंह मेहरा ने अपने मनमोहक गीतों से अपने प्रशंसकों का दिल जीता था।
प्रह्लाद मेहरा प्रसिद्ध लोक गायक गोपाल बाबू गोस्वामी, नरेंद्र सिंह नेगी से बेहद प्रभावित थे। उनका जीवन उत्तराखंड के लोक संगीत को समर्पित रहा। कल उन्होंने कल दिनांक 10 अप्रैल 2024 को 53 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली।
उनके द्वारा गाए गए प्रसिद्ध गीतों की लिस्ट कुछ इस प्रकार है –
पहाड़ की चेली ले कभे नी खाए द्वि रोटी सुख ले
ओ हिमा जाग
ऐजा मेरा दानपुरा
नीलमा