चार धाम में बढ़ती भीड़ से बढ़ रही समस्याएं
चार धाम यात्रा में जाने वाले यात्रियों की बढ़ती संख्या के चलते धर्मशालाओं, होटल और रहने के आवासों की कमी हो रही है। इस कारण लोगों को ठहरने में समस्या हो रही है। इसी के साथ उच्च मांग बढ़ने से कीमतें भी बढ़ती जा रही हैं विशेषकर होटल एवं ढाबे वाले भोजन, पेय पदार्थों और आरती, पूजा और धार्मिक अनुष्ठानों के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है। भीड़ बढ़ते ही सभी समान महंगे मिलने लगते हैं। इसी के साथ यात्रियों की संख्या अत्यधिक होने के कारण, सड़कों में ट्रेफिक जाम की समस्याएं भी बढ़ती जा रही है।
प्रशासन ने निकाला यह समाधान
प्रशासन ने चार धाम यात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा से संबंधित समस्याओं को समझा और इन समस्याओं के निवारण के लिए एक तकनीकी समाधान का निर्धारण किया। और वह समाधान है एक डिवाइस आधारित सिस्टम जिसे आईआईटी के शोधकर्ताओं ने विकसित किया है। क्यूंकी यह भीड़ को नियंत्रण करने में सक्षम है तो इसके काम के अनुरूप ही इस डिवाइस को crowd eye नाम दिया गया है। इस डिवाइस की खासियत है कि यह अधिक भीड़ जुटने से पहले ही डिवाइस सिस्टम और कंट्रोल रूम को अलर्ट जारी कर सकता है।
किस तरह काम करेगा crowd eye
इस डिवाइस को तैयार करने में 60 से 70 हजार रुपये की लागत लगी। यह डिवाइस एक निश्चित दूरी में अनुमानित लोगों की संख्या के आंकड़ों को इकाई के रूप में लेते हुए निर्धारित करेगा। Crowd eye डिवाइस को लगाने के लिए वायर की जरूरत नहीं होगी। यह सिस्टम पूरी तरह वायरलेस है। इसके साथ ही इसे बिजली और सोलर से भी संचालित करने की व्यवस्था करी गई है।
डिवाइस के क्या हैं लाभ
Crowd eye डिवाइस भीड़ की वास्तविक समय में निगरानी करेगा यह डिवाइस लाइव विडिओ और सेंसर डेटा का उपयोग करता है, इससे प्रशासन को भीड़ की स्थिति का वास्तविक समय में पता चल जाएगा। और यह सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक आधुनिक और प्रभावी डिवाइस है। इसके उपयोग से न केवल प्रशासन प्रभावी ढंग से यात्रा संचालन करेगा, बल्कि इससे यात्रियों की यात्रा सुरक्षित, व्यवस्थित और सुखद बनाई जाएगी।