कैंची धाम ने अपनी विशेष आध्यात्मिक और धार्मिक महत्वपूर्णता से लोगों को आकर्षित किया है। इस साल पर्यटकों की आवक नैनीताल में घटी है और कैंची धाम में बढ़ी है। इसकी वजह बाबा के प्रति बढ़ती श्रद्धा और नीब करौरी महाराज के चमत्कारी शक्तियों पर विश्वास है। तालों की रानी, नैनीताल में सेलानियों की संख्या कम होने का कारण शहर की भीड़-भाड़, traffic, और पार्किंग की समस्या से पर्यटकों की आवाजाही कम हुई है।
मंदिर समिति द्वारा बताया कि यहां हर साल दर्शन करने वाले भक्तों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। आंकड़ों के मुताबिक इस साल दर्शन के लिए यहां दो लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। बाबा की कृपा से आस-पास के होटल, होम स्टे के कारोबार में भी बढ़ोतरी हुई। इससे राज्य की आर्थिक व्यवस्था में भी सुधार आया।
बाबा नीब करौरी महाराज के प्रति श्रद्धा का यह बढ़ा परिणाम है कि अब कैंची धाम सेलानियों की पसंद बन गया है। सेलानियों की बढ़ती मांग से भवाली, भीमताल और कैंची में स्थित 300 से अधिक होटल और होम स्टे के मालिकों को व्यवसाय में फायदा हुआ है। होटल कारोबारियों ने बताया कि अब यहां सिर्फ सीजन पर ही नहीं पूरे 12 माह पर्यटकों की आवाजाही बनी रहती है। आंकड़ों के मुताबिक होटलों और होम स्टे में कुल 1000 से 1200 रूम होंगे और एक रूम का किराया 2000 से 6000 तक है।
अगर औसत किराया 3000 मान लिया जाए, तो 1000 कमरों के हिसाब से प्रतिदिन 30 लाख किराया बना और 365 दिनों में से 150 दिन भी अगर कमरे बुक होते हैं तो किराया करीब 45 करोड़ का कारोबार सालाना हो रहा है। बाबा के प्रति श्रद्धा का ही परिणाम है कि नैनीताल की भीड़ और traffic समस्याओं से बचकर पर्यटक अब कैंची धाम का रुख कर रहे हैं।