बृहस्पतिवार की रात को करीब साढ़े दस बजे कलसिया नाले के उफान पर आने से, नाले के किनारे बसे बद्रीपुरा क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल बना रहा। इस क्षेत्र में बने सभी घरों में रखा हुआ सभी समान पानी में बह गया। हल्द्वानी के दमुवाढुंगा से सटे बदयूनी के जंगल में हुई भारी बारिश से लोगों की जिंदगी भर की कमाई बाढ़ में बह गई। लोग पूरी रात अपने घरों में घुसे मलबे को साफ करने में लगे रहे, वहीं हर कोई कह रहा था की 29 साल में एसी बर्बादी का मंजर नहीं देखा गया।
इस बार कलसिया नाला पहली बार इतने ज्यादा उफान में आया था। कई महिलाएं तो आपबीती बताते हुए रों पड़ी। उन सभी का कहना था कि एक बार के लिए तो एसा लगा की अब कोई भी नहीं बचेगा। गनीमत यह रही की कोई जनहानी नहीं हुई। लोगों ने बताया की वर्ष 1995 में भी कलसिया नाला उफान में आया था, लेकिन इसके बाद कभी इतना नुकसान नहीं हुआ। स्थानीय लोगों ने बताया की जब नाला उफान पर आया और पानी के साथ उनके घरों में मलबा भर गया तब उन्हें एक-दूसरे की मदद करने का भी मौका नहीं मिला, इसी बीच बिजली के गुल होने से सामान को बचाने में भी दिक्कत हुई। लोग बाल्टी और बेलचों की मदद से पानी और मलबे को रातभर निकालते रहे।
बद्रीपुरा में भारी नुकसान की खबर मिलते ही विधायक, सुमित हृदयेश अपने साथियों के साथ प्रभावित इलाके में लोगों का हाल जानने और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा देने पहुंचे। प्रशासन की ओर से एसडीएम परितोष वर्मा और तहसीलदार सचिन कुमार ने भी प्रभावितों का हाल जाना और बताया कि नुकसान का सर्वे कराकर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी।