हल्द्वानी सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता एमके खरे ने बताया कि बलियानाला उपचार का कार्य विशेषज्ञों की देखरेख में चल रहा है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि वीरभट्टी पुल के पास सुरक्षित मार्ग का निर्माण पूरा हो गया है जिसमें पहाड़ी और पुल की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस उपचार कार्य से किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है। खरे ने अपने बयान में बताया कि स्वीकृत योजना के तहत जीआईसी मैदान क्षेत्र के पास स्थित आवासीय कॉलोनी हरीनगर में भूस्खलन उपचार का कार्य शुरू हो चुका है। बलियानाला क्षेत्र में कुल 177.91 करोड़ की लागत से ट्रीटमेंट कार्य भी किया जाना है, जिसमें पहली किस्त के 20 करोड़ का प्रयोग किया जा रहा है।
खरे ने बताया कि इस परियोजना का उद्देश्य न केवल क्षेत्र को सुरक्षित बनाना है, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए स्थायी समाधान प्रदान करना भी है। इसके साथ ही, उन्होनें जोर दिया कि इस कार्य में पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी गई है। यह उपचार, जिसमें भारत सरकार के भू-वैज्ञानिक विशेषज्ञ, आईआईटी रुड़की के अर्थ साइंस विशेषज्ञ और उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र (यूएलएमएमसी) के विशेषज्ञ शामिल हैं। उन्होंने जानकारी दी कि वर्तमान में जीआईसी मैदान के पास 70 मीटर लंबे ढलान का उपचार पूरा हो चुका है, वहीं बाकी हिस्सों का उपचार भी बरसात का मौसम खत्म होने के बाद किया जाएगा।