हल्द्वानी के आवास विकास कॉलोनी निवासी एक रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल साइबर ठगों के जाल में फंसने से बाल-बाल बच गए। उनकी सूझबूझ और बैंक मैनेजर की तत्परता से 17 लाख रुपये की ठगी टल गई। बुधवार सुबह उन्हें एक कॉल आई, जिसमें खुद को पोस्ट एंड टेली कम्युनिकेशन विभाग का कर्मचारी बताने वाले व्यक्ति ने उनके नाम पर घोटाले का आरोप लगाया। पहले उन्होंने इसे नजरअंदाज किया, लेकिन बार-बार कॉल आने पर वे चिंतित हो गए। गुरुवार को एक वीडियो कॉल में एक व्यक्ति ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और उनकी हर गतिविधि पर नजर रखने का दावा किया। इसके बाद व्हाट्सएप पर एक नकली कोर्ट नोटिस भेजा गया, जिसमें उनके नाम से गिरफ्तारी वारंट जारी होने की बात कही गई। साइबर ठगों के दबाव में आकर उन्होंने बैंक स्टेटमेंट साझा कर दिया और एफडी भी तुड़वा दी। शुक्रवार दोपहर वे तिकोनिया स्थित एसबीआई की शाखा पहुंचे और 17 लाख रुपये ट्रांसफर करने वाले थे। बैंक मैनेजर ने उनकी घबराहट भांपते हुए उनसे बातचीत की और उन्हें साइबर ठगी के बारे में बताया। समय रहते स्थिति समझने पर बुजुर्ग ने ट्रांजेक्शन रोक दिया, जिससे उनकी मेहनत की कमाई सुरक्षित बच गई।