कुमाऊँ कमिश्नर दीपक रावत ने रविवार को अपने कैंप ऑफिस में जनता दरबार लगाया। जहां बड़ी संख्या में आए लोगों की समस्याओं का उसी समय समाधान किया गया। तभी वहां ओखलढूँगा स्वास्थ्य केंद्र का मामला सामने आया जिसमें चिकित्सक के एक महीने से अनुपस्थित होने तथा स्वास्थ्य विभाग के उपस्तिथि रजिस्टर में वार्ड बॉय द्वारा फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे। इस मामले में कमिश्नर दीपक रावत ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सक तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को तलब किया। इसके अलावा कमिश्नर ने अनुपस्तिथ चिकित्सक से बात की जिसमें वह स्वयं को सही सिद्ध करने का प्रयास कर रहा था। लेकिन कमिश्नर दीपक रावत डॉक्टर द्वारा रखे गए पक्ष से असंतुष्ट दिखे। जिसके बाद उन्होंने चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर को इस पूरे मामले में हुए हस्ताक्षरों की जांच के साथ ही चिकित्सक की लोकेशन की जांच करने के निर्देश भी दिए हैं।
इस मामले के बाद दीपक रावत ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सभी सरकारी अस्पतालों में बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।जिससे हस्ताक्षरों में किसी प्रकार का फर्जीवाड़ा ना हो।