उत्तराखंड की बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए राज्य सरकार देवभूमि के हित में एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। राज्य में अब दस नए शहर बनने जा रहे हैं। इन दस नए शहरों को बसाने का काम उत्तराखंड इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट बोर्ड (यूआईआईडीबी) को सौंपा गया है। इसके लिए जमीन का आंकलन भी कर लिया गया है। नए शहरों को बसाने की प्रक्रिया यूआईआईडीबी द्वारा शुरू भी कर दी गई है।
क्षेत्रफल से ज़्यादा हो चुकी है उत्तराखंड की जनसंख्या
पिछले कुछ सालों के आँकड़े देखें तो उत्तराखंड में एक गज में होने वाली जनसंख्या औसतन जनसंख्या से बहुत ज़्यादा है। इसके परिणामस्वरूप उत्तराखंड वासी उस जगह में उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। यही सब बातें ध्यान में रखते हुए सरकार ने नए शहरों को प्रदेश में बसाने की नीति बनाई है जिससे जब भी राज्य सरकार द्वारा किसी एक शहर या विधानसभा के लिए कोई नई योजना लागू की जाए, तो लोग उसका भली -भांति इस्तेमाल कर सकें।
यहाँ-यहाँ बसने वाले हैं नए शहर
सरकार द्वारा अभी जिन आठ शहरों के लिए जगह निर्धारित की गई है, वे जगहें हैं- डोईवाला के पास दून-हरिद्वार हाइवे, दून- पौंटा साहिब हाईवे पर छरबा, किच्छा, नैणीसैणी एयरपोर्ट के पास, पिथौरागढ़, गोलापार के पास हल्द्वानी, आर्केडिया चाय बागान देहरादून, गौचर हवाई पट्टी के पास बमोथ गांव और रामनगर शहर के पास। इन जगहों में कुछ समय बाद नए शहर बसने शुरू हो जाएंगे जिसका सर्वे अमेरिकी कंपनी मैकेंजी कर रही है।