लापता हुई दो छात्राओं के मामले में पाँच दिन बाद पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे पर नाबालिग छात्राओं और किशोर को जेसे ही पता चला कि पुलिस उन तीनों का पीछा कर रही है तो उन तीनों ने अपने मोबाइल को बंद कर दिया। पुलिस ने छात्राओं और किशोर की मदद करने वालों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। मदद करने वालों से पूछताछ करने पर पता चला की बृहस्पतिवार के दिन घर से निकलने के बाद छात्राएँ, किशोर के साथ बदायूं गईं। जब तक पुलिस बदायूं पहुंची तब तक तीनों वहा से निकल चुके थे।
पुलिस के मुताबिक तीनों ही मोबाईल का उपयोग नहीं कर रहे हैं। ऐसे में पुलिस ने मुखबिर तंत्र सक्रिय कर दिया हैं इसके साथ ही पुलिस रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन के सीसीटीवी कमेरों को खंगाल रही है। और यूपी के कुछ जिलों में स्थानीय पुलिस भी छात्राओं और किशोर की खोजबीन में लगी है। नैनीताल पुलिस ने (RPF) रेल्वे पुलिस फोर्स, UP पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन से मदद लेना भी शुरू कर दिया है। पुलिस का दावा है वे जल्द ही छात्राओं को सुरक्षित वापिस परिजनों तक पहुचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
सोमवार के दिन हल्द्वानी शहर के विधायक सुमित हृदयेश भी लापता छात्राओं के परिजनों से मिले थे और उन्होंने कहा वे लगातार पुलिस-प्रशासन के संपर्क में हैं। जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कारवाई के लिए एसएसपी से बातचीत की है।