राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में वर्णित है कि भारतीय भाषाओं में आपर संभावना देखी गईं हैं इसी को ध्यान में रख कर इस बार
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा कुमाऊंनी भाषा पाठ्यक्रम का आरंभ होने जा रहा है।
इसका उद्देश्य स्थानीय भाषा को प्रोत्साहन देना, पूर्णतः कुमाऊंनी बोलने वाले लोगों के विचारों को समझ पाना तथा उन लोगों तक कुमाऊंनी भाषा को पहुंचना जो अपनी ही बोली को समझ पाने में सक्षम नहीं हैं। इसीलिए विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने सभी से निवेदन किया है कि कुमाऊंनी भाषा प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम के साथ अपनी भाषा की समृद्धि हेतु सभी जनों को अवश्य जुड़ना चाहिए।
इस बार विश्वविद्यालय के प्रवेश 11 जुलाई से 15 अगस्त तक होने वाले हैं। विश्वविद्यालय की वेबसाइट uou.ac.in में ही ऑनलाइन प्रवेश होंगे विषय का कोड CKL रखा गया है।
हम अपने पोर्टल से भी उत्तराखंड के युवाओं से यह निवेदन करते हैं कि अपनी स्थानीय भाषा को जानने की जिज्ञासा हेतु उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय से इस पाठ्यक्रम का लाभ अवश्य लें।